Thursday, 31 July 2014

Kumar Vishwas at Google USA

हिंदी कवि डा कुमार विश्वास ने गत २९ जुलाई को कैलिफ़ोर्निया स्थित गूगल हेडक्वार्टर में भारतीय और दक्षिण एशिया मूल के गूगल कर्मियों को सम्बोधित किया। इसके मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं:

1. इस व्याख्यान को किसी दायरे में न रख कर 'कुमार विश्वास@गूगल' नाम दिया गया जिससे यह व्याख्यान ओपन सेशन के रूप में परिवर्तित हो गया।
2. डा विश्वास ने अपने शुरुआती संघर्ष, कवि जीवन, सामाजिक जीवन राजनितिक जीवन इत्यादि हर पहलू पर बात की।
3. इसके बाद सवाल जवाब का सिलसिला शुरू हुआ जो आश्चर्यजनक रुप से लगभग डेढ़ घंटे तक चला।
4. डा विश्वास के सम्मान में गूगल स्थित 'बादल रेस्टोरेंट' में लंच रखा गया था।
5. दक्षिण एशियाई भाषाओँ पर काम करने वाले गूगल के युवा इंजीनियर्स ने बताया कि गूगल, यू-ट्यूब इत्यादि पर हिंदी सम्बंधित कंटेंट सर्च में डा कुमार विश्वास और उनकी कविताओं का सर्च अव्वल है।
6. गूगल के माध्यम से इंटरनेटीय दुनिया के पटल पर हिंदी को और ज्यादा सशक्त बनाने पर भी चर्चा हुई।
7. गूगल कर्मियों ने इस बातचीत को एक महत्वपूर्ण, मनोरंजक और यादगार मुलाकात बताया। उन्होंने यह भी कहा कि इस बातचीत ने उन्हें प्रेरणा, संघर्ष, कर्त्तव्य और सफलता के नए आयामों से परिचित कराया।
8. किसी भी हिंदी कवि के लिए यह पहला मौका था जिसे गूगल ने मेहमान वक्ता के रूप में अपने हेडक्वार्टर में आमंत्रित किया था।
9. एंटरटेनमेंट पर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा की 'सनी (लियोन) और हनी (सिंह) कल्चर' में भारतीय एंटरटेनमेंट असहज महसूस कर रहा है लेकिन यह अल्प-कालिक है और अंततः कबीर ही जिन्दा ही रहेगा और कबीर ही गाया जायेगा।

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